has gloss | hin: चंद्रग्रहण में चंद्रमा और सूर्य के बीच पृथ्वी आ जाती है। ऐसी स्थिति में चन्द्रमा पृथ्वी की छाया से होकर गुजरता है। ऐसा केवल पूर्णिमा के दिन संभव होता है, इसलिये चन्द्रग्रहण हमेशा पूर्णिमा के दिन ही होता है।इस वर्ष चन्द्रग्रहण श्रावण पूर्णिमा को 16/17 अगस्त 2008 को शनिवार के दिन खण्डग्रास चन्द्रग्रहण घटित होगा यह भारत सहित एशियामहाद्वीप के (उत्तर-पश्चिमभाग को छोड कर) यूरोप, अफ्रीका, आंस्टेलिया,दक्षिण अमेरिका तथा अटंलांटिक महासागर में दिखाई देगा।इस चन्द्रग्रहण का समय भारतीय समयानुसार 16 अगस्त 2008 के 4 बज कर 6 मिनट (16बज कर06मिनट) पर सूतक प्रारम्भ हो जायेगा। तथा ग्रहण रात्री के 01बजकर06मिनट से प्रारम्भ हो कर प्रात: 04बजकर15मिनट तक रहेगा।धर्म सिन्धु के अनुसार, ग्रहण मोक्ष उपरान्त पूजा पाठ, हवन- तर्पण, स्नान, छाया-दान, स्वर्ण-दान, तुला-दान, गाय-दान, मन्त्र- अनुष्ठान आदि श्रेयस्कर होते हैं। ग्रहण मोक्ष होने पर सोलह प्रकार के दान, जैसे कि अन्न, जल, वस्त्र, फल आदि जो संभव हो सके, करना चाहिए। प० राजेश शर्मा भ्रगु ज्योतिष अनुसन्धान केन्द्र 194/14शान्ति कुंज देहली रोड सदर मेरठ कैन्ट उत्तर प्रदेश मो० नम्बर... |